पासवर्ड रिक्वरी औजार
अक्सर कई लोग नित्य प्रयोग में आने वाली वे साईट और ईमेल के पासवर्ड ब्राउज़र में सहेज लेते है ताकि उन्हें बार बार लॉग इन ना करना पड़े| ऐसी हालात में कई बार वे अपना पासवर्ड भूल जाते है और जब कंप्यूटर...
View Articleमाटी के लाल .कॉम वेब साईट का लोकार्पण
मुंबई : राजस्थान रत्न, समाज सेवी श्री रतन सिंह राठौड़ की "राठौड़ ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज" के कार्यालय परिसर में उषा राठौड़की वेब साईट www.matikelal.comका आज लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर श्री रतन सिंह राठौड़...
View Articleएक आतंकी की फांसी के बहाने
आज फिर चौपाल पर हमारे पड़ौसी वर्मा जी का पिंटू अपने साथियों सहित हाथ में अफजल का चित्र लिए खड़ा था हम दूर से उसका उद्वेलित मक्कारीपूर्ण चेहरा देख ताड़ गये कि अफजल की फांसी से वह बहुत ज्यादा दुखी होने...
View Articleराजस्थान की प्रेम कहानियां
राजस्थान के इतिहास और साहित्य में जिस तरह अनगिनत वीरों की वीरता की कहानियां बिखरी पड़ी है ठीक वैसे ही अनगिनत प्रेम कहानियां भी साहित्य व इतिहास के अलावा कवियों की कविताओं, दोहों के साथ जन मानस द्वारा...
View Articleब्लॉगर ताऊ और यमराज
एक बार चित्रगुप्त ने यमराज को हिंदी ब्लॉगरस् के बारे में बताया, सुनने के बाद यमराज के मन में एक हिंदी ब्लॉगर से मिलने की उत्सुकता जागृत हुई और उन्होंने चित्रगुप्त को आदेश दिया कि- “एक हिंदी ब्लॉगर को...
View Articleठाकुर साहब की अकड़ और मूंछ की मरोड़ का राज
ठाकुर साहब की अकड़, मूंछ की मरोड़ आदि के बारे में तो आपने सुना ही होगा| अक्सर गांवों में ठाकुर साहबों की आपसी हंसी मजाक में कह दिया जाता कि- ठाकुर साहब “पेट से आधे भूखे जरुर है पर अकड़ पुरी” है| दरअसल...
View Articleनिबटने (शौच जाने) का खर्च खाता
रामगढ़ शेखावाटी कस्बे के पास एक गांव के पनघट पर पानी भरने आई औरतों में एक औरत का दुखी मुरझाया चेहरा देख दूसरी औरतें उससे कारण पूछ रही थी| हालाँकि वह औरत अपना दर्द उनसे बांटना नहीं चाह रही थी फिर भी गांव...
View Articleमौके पर नहीं तो कब ?
एक बार एक सेठ अपने गांव के पास ही के एक कस्बे से पैदल ही गांव आ रहा था कि रास्ते में एक डाकू दल मिल गया| डाकू दल ने सेठ को पकड़ कर दो चार लट्ठ जमा दिए तो सेठ ने अपनी जेब में जो धन था वह निकालकर डाकू दल...
View Articleडॉग एक्सपेंसेज अकाउंट (कुत्ता खर्च खाता)
ताऊ एक बड़ी कम्पनी में मुख्य लेखाधिकारी यानी चीफ अकाउन्टेंट था| एक बार उसकी कम्पनी के खाते आयकर विभाग की स्क्रूटनी जाँच के दायरे में आ गये| आयकर विभाग के अधिकारी नित्यप्रति कम्पनी के दफ्तर में आकर कई...
View Articleपित रंग की चुनर ओढ़े
पित रंग की चुनर ओढ़े, खेत मेरे लहराए फागुन की मद-मस्त बहार, हुक सी जगाये ||कुदरत भी रंग बरसाए ,अपने कैनवास सेवृद्ध भी जवां हुआ, मस्त फागुन मास में ।| कोयल -पपीहा गाए गीत, मधुर मधुमास में बिरहा का अंतर...
View Articleएक कारखाने का श्रमिक विवाद
वर्षों पहले की बात है एक कपड़े के बड़े कारखाने में श्रमिकों को वार्षिक बोनस बांटने की तैयारी चल रही थी, प्रबंधन ने 18% बोनस देने का निर्णय लिया पर श्रमिक संगठन के नेताओं को वह मंजूर नहीं था वे चाहते थे...
View Articleआदर पाने की पात्रता
पिछले दिनों फेसबुक संगोष्टी में चर्चा के दौरान एक फेसबुक मित्र ने बताया कि- “फेसबुक पर एक हिंदी के प्रोफ़ेसर ने अपना दर्द बयां किया कि- “पहले छात्र हिंदी के प्रोफ़ेसर के पाँव छूते थे पर आजकल छात्र गणित...
View Articleएक श्रमिक विवाद
दिल्ली के ओखला औधोगिक क्षेत्र में स्थित एक परिधान निर्यात फैक्ट्री में उत्पादन के लिए जगह कम थी| सो उत्पादन बढाने के लिए फैक्ट्री मालिक ने औधोगिक क्षेत्र के आस-पास अलग-अलग जगह लेकर उनमें उत्पादन के लिए...
View Articleक्या भारत में अंग्रेजी साहित्यकार नहीं है ?
राष्ट्रिय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् NCERT ने सीबीएससी की बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय में साहित्य पढ़ाने के लिए अंग्रेजी विषय की दो पुस्तकें प्रकाशित कर लागू कर रखी है|...
View Articleदूरगामी असर होगा भीड़ द्वारा मारे गए सीओ के आश्रितों को खैरात बाँटने पर
पिछले दिनों उतरप्रदेश में आक्रोशित भीड़ के हाथों मारे गए पुलिस अधिकारी की मृत्यु या शाहदत के बाद उपजी परिस्थितियों के बाद राजनैतिक लाभ लेने के लिए सत्ताधारी दल द्वारा जो हथकंडे अपनाये जा रहे है व...
View Article"अथ रक्षाम" मासिक पत्रिका : समीक्षा
फरवरी माह में मुंबई के लिए जयपुर से रेलगाड़ी पकड़नी थी सो सुबह सुबह ही जयपुर पहुँच गए समय काफी था सो समय का सदुपयोग करने के लिए “अथ रक्षाम” मासिक पत्रिका के संपादक करण सिंह को मिलने के लिए फोन पर सुचना...
View Articleसंस्कार
पुर्व उपराष्ट्रपति स्व.भैरोंसिंह शेखावत के मुख्यमंत्री काल में एक बार उनके विरोधी दल ने एक बड़े नेता चौधरी कुम्भाराम आर्य किसी बात को लेकर एक दिन सुबह सुबह मुख्यमंत्री आवास के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए...
View Articleजब कवियों ने मनाई मित्र राजा की रूठी प्रेयसी
जोधपुर के राजा मानसिंह को इतिहास में शासक के रूप में कठोर, निर्दयी, अत्यंत क्रूर और कूटनीतिज्ञ माना जाता है पर साथ ही उनके व्यक्तित्त्व का एक दूसरा रूप भी था वे भक्त, कवि, कलाकार, उच्च कोटि के...
View Articleजब कवि ने शौर्य दिखाया
जोधपुर के महाराजा मानसिंह का कव्यानुराग, विद्याप्रेम, कलाप्रियता, दानशीलता, गुणग्राहकता, गुरुभक्ति, स्वतान्त्र्यप्रेम के साथ शासक के तौर पर कठोर दंड व्यवस्था में निर्दयी दंडात्मक विधियाँ लोकमानस में आज...
View Articleजातिप्रथा को कोसने का झूँठा ढकोसला क्यों ?
ब्लॉग, सोशियल साईटस हो या किसी राजनेता (पक्ष विपक्ष दोनों) का भाषण या फिर किसी चैनल की बहस हो सबमें जातिवाद को पानी पी पी कर कोसा जाता है राजनेता या मिडिया चैनल में बैठी अपने आपको सेकुलर कहने वाली...
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