सम्राट हर्षवर्धन
Samrat Harshvardhan History In Hindi, Read Raja Harshvardhan history in Hindiहर्षवर्धन अपने बड़े भाई की मृत्यु के बाद वि.सं. ६६३ (ई.स. ६०६) में १६ वर्ष की आयु में थानेश्वर की गद्दी पर बैठे। यह वैस वंश...
View Articleसोलंकी भीमदेव
Raja Bhiamdev Solanki of Gujrat History in Hindiकाबुल के तूफानों से जब जन मानस था थर्राया। गजनी की ऑधी से जाकर भीमदेव था टकराया|।Raja Bhimdeo राजा भीमदेव प्रथम सोलंकी वंश के थे और अणहिलवाड़ापाटन...
View Articleजुझारसिंह बुन्देला
वीर बुन्देले हाल बता बुन्देल धरा तेरे उन वीर सपूतों का। केशरिया कर निकल पड़े थे मान बचाने माता का।Raja Jhujhar Singh Bundela जुझारसिंह बुन्देला ओरछा के राजा थे। अपने पिता वीरसिंह बुन्देला की मृत्यु के...
View Articleसिद्धराज जयसिंह
Raja Siddhraj Jaysinh Gujrat Historyजयसिंह गुजरात के राजा थे। गुजरात के सोलंकी राजाओं में वे सबसे अधिक प्रतापी राजा हुए| इनका प्रसिद्ध विरुद "सिद्धराज" था जिससे वे सिद्धराज जयसिंह नाम से अधिक विख्यात...
View Articleयशोधर्मन
यशधर्मन जयसिंह मिले थे।हूणों के भी हृदय हिले थे । Raja Yashodharman यशोधर्मन अवन्ती (मालवा) के शासक थे। यह मालव वंश (परमार) क्षत्रिय थे। यशोधर्मन मध्य भारत के एक शक्तिशाली राजा थे। इनका राज्य काल...
View Articleमहाराव शेखाजी का घाटवा युद्ध
एक स्त्री की मान रक्षा के लिए शेखाजी ने झुन्थर के कोलराज गौड़ का सर काट कर अपने अमरसर के गढ़ के सदर द्वार पर टंगवा दिया,ऐसा करने का उनका उद्देश्य उदंड व आततायी लोगों में भय पैदा करना था हालांकि यह...
View Articleराव शेखा जी का आमेर से युद्ध और विजय :
Rao Shekha history in Hindi, Rao Shekhaji, Shekhawati, Shekhawat Vansh राव शेखा के दादा बालाजी आमेर से अलग हुए थे | अतः अधीनता स्वरूप कर के रूप में प्रतिवर्ष आमेर को बछेरे देते थे | शेखा के समय तक यह...
View Articleजैताजी राठौड़
Rao Jaita Ji Rathore History in Hindi, Jaitawat Rathore historyमहाराणा सा सपूत पाकर धन्य हुई यह वसुन्धरा। जयमल फता जैता कूपा झाला की यह परम्परा । जैता जी, पंचायण (अखैराजोत) के पुत्र थे। ये बगड़ी के...
View Articleकूँपाजी राठौड़
Rao Kumpa Rathore, Kumpawat Rathore History in Hindi, Rao Jaita and Kumpa Rathoreकूँपाजी मेहराज (अखैराजोत) के पुत्र थे। इनका जन्म वि.सं. १५५६ को मार्गशीर्ष सुदि १२ को हुआ था। अखैराज ने अपने छोटे भाई का...
View Articleसंत रावल मल्लीनाथ
Sant Rawal Mallinath Rathore, Malani History in Hindiराजस्थान की वीर प्रसूता भूमि पर समय समय कई वीर योद्धाओं, संतो, साहित्यकारों, भक्तों ने जन्म लिया. ऐसे ही पश्चिम राजस्थान के मालाणी आँचल में एक ऐसे...
View Articleमहाराजा जसवन्तसिंह राठौड़
Maharaja Jaswant Singh Rathore, Jodhpurजागे बप्पा सांगा जागे, जागे पृथ्वीराज हमीर। जागे जयमल फत्ता जागे मालदेव जसवन्त प्रवीर।।महाराजा जसवन्त सिंह जोधपुर (मारवाड़) के शासक थे। जसवन्तसिंह महाराजा गजसिंह...
View Articleराव हम्मीर देव, चौहान
Rao Hammirdeo Chauhan, Ranthambor History in Hindi“याद हमें है हल्दीघाटी और हठी हमीर/" राव हम्मीर देव चौहाण रणथम्भौर “रणतभँवर के शासक थे। ये पृथ्वीराज चौहाण के वंशज थे। इनके पिता का नाम जैत्रसिंह था।...
View Articleबिश्नोई समाज के प्रवर्तक संत जाम्भोजी पंवार
Bishnoi community promoter saint Jambhoji Panwar history in Hindiराजस्थान की वीर प्रसूता भूमि में सिर्फ वीर ही नहीं, कई ऐसे संतों ने भी जन्म लिया जिन्होंने भक्ति, ईश्वर साधना, आत्मबोध के साथ ही...
View Articleराजा जवाहरसिंह भरतपुर एवं महाराजा माधोसिंह जयपुर के मध्य मावंडा मंडौली युद्ध
Battle of Maonda and Mandholi fought was between the Jat ruler of Bharatpur Raja Jawahar Singh and the Rajput ruler Maharaja Madhosingh of Amer Jaipur in 1767, Full story in Hindiराजस्थान के इतिहास में...
View Articleवीर राजा पुरु (पोरूष)
Raja Veer Puru History in Hindi, King Puru History in Hindi, Raja Porushझेलम बोल जरा क्यों लाल हुआ तेरा पानीking Puru राजा पुरु केकय राज्य के चन्द्रवंशी राजा थे। इनका राज्य भारत के पश्चिमोत्तर में...
View Articleएक खबर पर व्यक्त प्रतिक्रिया पर जिन मित्रों की भावनाएं आहत हुई, उनके...
अभी हाल ही में हरियाणा जाट आन्दोलन के बाद उसी से संबंधित एक खबर "जाट समुदाय के लोगो ने इस्लाम कबूल करने का किया फैसला"का लिंक शेयर करते हुए फेसबुक पर मैंने सहज प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- "यदि यह खबर सच...
View Articleजब पंवारों की छोटी सी सेना के आगे भागी थी भरतपुर की शक्तिशाली सेना
Battle of karhiya (Near Narwar) fought was between the Jat ruler of Bharatpur Raja Jawahar Singh and the Rajput ruler Rao Kesari Singh Panwar of Karhiyaभरतपुर के जाट राजा जवाहरसिंह एक समय बहुत...
View Articleराजस्थान री गणगौर
राजस्थानी भाषा के मूर्धन्य साहित्यकार श्री सौभाग्यसिंह जी शेखावत की कलम से..............भारत री जनपद संस्क्रति त्यूंवारां रै ओळी-दोळी घूमर घालती लखावै। अै त्यूंहार किणी पुराण कथा प्रसंग, इतिहास नायक,...
View Articleमुगल-राजपूत वैवाहिक सम्बन्धों का सच
The truth of Mughal-Rajput marital relationshipआदि-काल से क्षत्रियों के राजनीतिक शत्रु उनके प्रभुत्व को चुनौती देते आये है। किन्तु क्षत्रिय अपने क्षात्र-धर्म के पालन से उन सभी षड्यंत्रों का मुकाबला...
View Articleराजकुमार पृथ्वीराज, बीकानेर
राजस्थान की वीर प्रसूता भूमि में अनेक ऐसे वीर पुरुषों ने जन्म लिया है जिनके एक हाथ में तलवार रही, तो दूसरे हाथ में कलम| इन वीरों ने इतिहास में अपनी तलवार के जौहर दिखाकर वीरता के उत्कृष्ट उदाहरण पेश...
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