मातृभक्त स्वाभिमानी योद्धा महाराज सुल्तान सिंह जी बीकानेर
महाराज सुल्तान सिंह जीमहाराज सुल्तान सिंह जी बीकानेर के महाराजा गजसिंह जी के पुत्र थे जो अप्रेल 1758 में महाराज गजसिंह जी की महारानी अखै कँवर देवड़ी जी के गर्भ से जन्में थे, महारानी अखै कँवर देवड़ी जी...
View Articleककराना गांव का उपेक्षित प्राचीन "लक्ष्मण मंदिर"
ककराना गाँव के मंदिरों में सबसे प्राचीन लक्ष्मण जी का मंदिर बताते है। हालाँकि इस मंदिर की स्थापना का कहीं उल्लेख प्राप्त नहीं हुआ है। शायद शेखावतों का उदयपुरवाटी से निकलने के बाद ही इस मंदिर का निर्माण...
View Articleआधुनिक परिवार
''माम'' अपनी तो ''डैड'' अपनी ''मायावी'' दुनिया में मस्त हैं ..!''संताने'' अपने अपने महंगे गैजेट्स में अस्त-व्यस्त हैं ...!!उनको नहीं मतलब संताने क्या गुल खिला रही हैं ..!किस से कर रही हैं डेटिंग और...
View Articleमहाकवि दुरसा आढ़ा
मारवाड़ राज्य के धुंधल गांव के एक सीरवी किसान के खेत में एक बालश्रमिक फसल में सिंचाई कर रहा था पर उस बालक से सिंचाई में प्रयुक्त हो रही रेत की कच्ची नाली टूटने से नाली के दोनों और फैला पानी रुक नहीं...
View Articleबेबाक अभिव्यक्ति के धनी कवि करणीदान कविया
नरेश जयसिंह व जोधपुर के महाराजा अभय सिंह तीर्थ यात्रा पर पुष्कर पधारे थे, दोनों राजा पुष्कर मिले और अपना सामूहिक दरबार सजाया, दरबार में पुष्कर में उपस्थित दोनों के राज्यों के अलावा राजस्थान के अन्य...
View Articleसमानता की सोच को निगल गया आरक्षण
चित्र साभार : youthtimes.inदेश की आजादी के बाद देश के राजनेताओं ने आजादी पूर्व सामंती शासन में कथित जातिय भेदभाव व असमानता को दूर कर देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार व अवसर देने हेतु लोकतांत्रिक शासन...
View Articleभारतीय शक्ति दल का राजनैतिक शंखनाद
संत योगेन्द्र सिंह जीध्येय-प्राप्ति के लिए की जाने वाली परिवर्तनकारी चेष्टाओं का नाम ही क्रांति है| राजनैतिक ध्येय-प्राप्ति के लिए की जाने वाली परिवर्तनकारी चेष्टायें राजनैतिक क्रांति और सामाजिक...
View Articleअख़बारों के नाम पर गोरखधन्धा
चित्र गूगल से साभारभारत में NGO (स्वयंसेवी संगठन) बनाकर राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के नाम पर धन उठाकर घपले करने के बारे में तो आप जानते ही है, जैसे अभी कुछ माह पहले...
View Articleजोधा अकबर सीरियल मामला : थूक कर चाट गयी एकता कपूर और निहायत झूंठा निकला जी टीवी
जोधा अकबर सीरियल के प्रदर्शित होने से पहले ही देश के कई जागरूक राजपूत युवाओं ने इस सीरियल का विरोध किया, जय राजपुताना संघ के भंवर सिंह खंगारोत ने इस मामले में मेरे से ऐतिहासिक जानकारी पर चर्चा कर इस...
View Articleमजदुर का हितैषी कोई नहीं
उस दिन यादव जी घर पहुंचे तो बहुत रोष थे, पूछने पर बताने लगे कि- वे आज कारखाने में हड़ताल करने बैठे तो कारखाना प्रबंधन ने हड़ताली श्रमिकों को हमेशा के लिए कारखाने में घुसने पर प्रतिबंधित कर दिया|हड़ताल का...
View Articleराजस्थान भाजपा से क्यों छिटक रहे है राजपूत युवा ?
राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है, जिन्हें टिकट मिल गई वे अपने प्रचार में लगे तो जिन्हें नहीं मिली वे टिकट के जुगाड़ में लगे है| राजनैतिक दलों द्वारा जातीय मतों की संख्या को आधार बनाकर...
View Articleदुष्प्रचार का शिकार : जयचंद
किसी भी धोखेबाज, देशद्रोही या गद्दार के लिए जयचंद नाम मुहावरे की तरह प्रयोग किया जाता है| साहित्यिक रचनाएँ हो, कवियों की काव्य रचनाएँ हो या देशवासियों के आम बोलचाल की भाषा में धोखेबाज, गद्दार, घर के...
View Articleअब विकलांगों व मांगलिकों के लिए अलग वैवाहिक वेबसाईट
शादी ब्याह जैसे रिश्ते प्राचीन काल से ही परिजनों, रिश्तेदारों व मित्रों द्वारा सुझाये जाते रहे है, आज भी ज्यादातर रिश्ते अपने निकट सम्बन्धियों, मित्रों आदि द्वारा सुझाये आधार पर ही ज्यादा होते है,...
View Articleगीत- गाओ टाबरों
गीत- गाओ टाबरों थारा मुलकबा सुं देश हरख सी थे ही तो हो आगला टेशन जमाना रे साथ करो खूब फैशन पण याद राखो बुजुर्गा री बातां बे मुस्किल घडी री रातां जोबन रो मद भी चढ़सी कुटुंब कबीलो भी बढसी प्रणय कि...
View Articleऐसे फैलती है इतिहास संबंधी भ्रांतियां
वर्ष 1895, पंजाब में जन्में दीवान जरमनी दास कपूरथला और पटियाला रियासतों में लगभग 50 वर्ष तक मिनिस्टर व दीवान पद पर रहे| इस पद पर रहते हुए जरमनी दास इन रियासतों की रानियों व महाराजाओं के प्रेम और रोमांस...
View Articleवीर शिरोमणि महाराव शेखा : पुस्तक समीक्षा
गोविन्दसिंह मुण्डियावासद्वारा लिखित और श्री क्षत्रिय राजा रायसल संस्थान, खंडेला व श्री राजपूत सभा दांता-रामगढ (सीकर) द्वारा प्रकाशित पुस्तक “वीर शिरोमणि महाराव शेखा” में पूर्व में प्रकाशित इतिहास-...
View Articleएक ने झटके से दुपट्टे के तार निकाले तो दुसरे ने घोड़े को हाथ से उठा लिया
राव मालदेवराव विरमदेव के स्वर्गवास होने के बाद राव जयमल मेड़ता का शासक बना, चूँकि जयमल को बचपन से ही जोधपुर के शक्तिशाली शासक राव मालदेव के मन में मेड़ता के खिलाफ घृणा का पता था, साथ ही जयमल राव मालदेव...
View Articleबढ़ने लगा फेसबुक से फेस टू फेस रूबरू का दौर
फेसबुक अब सिर्फ वर्चुअल दुनियां तक सीमित नहीं रही, फेसबुक मित्र-मंडलियां अब विभिन्न मौकों व मुद्दों को लेकर आयोजित कार्यक्रमों में फेस टू फेस रूबरू होकर फेसबुक मित्रता को धरातल पर उतार रहे है| विभिन्न...
View Articleरिछपाल सिंह कविया : परिचय
वर्ष १९८५ के लगभग लोसल कस्बे में भाजपा की एक सभा थी जिसे संबोधित करने के लिए भाजपा के एक बड़े नेता ललित किशोर चतुर्वेदी को आना था, सभा शुरू हो चुकी है थी और स्थानीय सभी नेता मंच से अपनी अपनी बात जनता के...
View Articleऔरंगजेब की तलवार जो न कर सकी ...
भारत के अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज को परास्त कर राजपूत शासन का पतन करने के समय से ही राजपूत शासकों का मुस्लिम शासकों के साथ संघर्ष अंग्रेजों के आने तक निर्बाध रूप से चलता रहा| मुगलों से संधियाँ करने...
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