ज्ञान दर्पण पर आपने हाल ही में एक कहानी पढ़ी होगी - "एक छोटा सा विचार जीवन बदल देता है|"यही बार रविवार को रामनगर, सोढाला, जयपुर में आयोजित एक संस्कार निर्माण शिविर को संबोधित करते हुए आधुनिक विश्वामित्र व महान क्षत्रिय चिंतक आदरणीय देवीसिंह जी, महार ने बताई कि एक छोटा सा विचार जिन्दगी ही क्या बहुत कुछ बादल देता है| पूंजीवाद पर बोलते हुए देवीसिंह जी ने बताया कि "कौटिल्य ने आज से 2500 वर्ष अर्थशास्त्र लिखी थी और आज उसी एक व्यक्ति की लिखी अर्थशास्त्र के अनुरूप पूरी दुनियां में पूंजीवाद का बोलबाला है, इस तरह एक व्यक्ति के छोटे से विचार ने पूरी दुनियां की व्यवस्था बदल दी|" इससे बड़ा विचार के असर का उदाहरण क्या हो सकता है?
सूचना का अधिकार अधिनियम भारत सरकार ने वर्ष 2005 में लागू कर दिया था| पुरे देश सहित राजस्थान में भी बहुत से जागरूक लोगों ने इस अधिकार का इस्तेमाल किया और कर रहे थे| लेकिन इसी कानून को लेकर भारतीय डाक सेवा से सेवानिवृत डा.अशोक चौधरीके जेहन में एक छोटा सा विचार उठा कि क्यों नहीं हम इस अधिनियम के माध्यम से मिले अधिकार का प्रयोग कर अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का अधिकारपूर्वक उपभोग करें और लोक सेवकों द्वारा विकास कार्यों में की जा रही लापरवाही व भ्रष्टाचार को रोककर राजस्थान को अभिनव राजस्थानबनायें| डा.अशोक चौधरी ने अपना यह छोटा सा विचार अपने कुछ मित्रों के सामने रखा और मित्रों के सहयोग से जुट गए इस छोटे विचार को बड़ा कर अभिनव राजस्थान बनाने में|
कुछ दिन बाद डा.चौधरीकी मेहनत रंग लाई और उनका छोटा सा विचार विस्तृत कार्यरूप में बढ़ने लगा| 30 नवंबर 2014 को डा.चौधरी व उनके सहयोगियों के अनुरोध पर जयपुर में लगभग 1000 लोग इस छोटे से विचार को पंख लगाने हेतु एकत्र हुए और उन्हें एकत्र करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई सोशियल साईट फेसबुक ने| 30 नवंबर के समागम में एकत्र सभी मित्र अपने मन में सूचना के अधिकार अधिनियम का इस्तेमाल द्वारा राजस्थान के प्रशासनिक अधिकारीयों, कर्मचारियों के कार्यों पर नजर रखकर राजस्थान को अभिनव राजस्थान बनाने की मन में हसरत और संकल्प लिए एकजुट हुए| आज उन्हीं एक हजार सोशियल मित्रों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है और राजस्थान के हर जिले में अपने जिले को अभिनव जिला बनाने हेतु सरकारी मशीनरी के कार्यों पर नजर रखने, जांचने हेतु समूह बनते जा रहे है|
जिस तरह से कम समय में अभिनव राजस्थान अभियान से लोग जुड़ रहे है उसे देखते हुए लगता है कि वो दिन दूर नहीं जब डा.चौधरी का एक छोटा सा विचार राजस्थान को अभिनव राजस्थान बनाने में कामयाब होगा|
सूचना के अधिकार अधिनियम के अधिकार का इस्तेमाल कर आप भी अपने प्रदेश, अपने जिले, अपनी तहसील, अपनी पंचायत समिति, अपनी ग्राम पंचायत द्वारा किये जाने वालों विकास कार्यों, सरकारी कर्मचारियों व अधिकारीयों द्वारा आपके दिए कर से मोटा वेतन पाने क्ले बावजूद काम नहीं करने पर नजर रख, सवाल-जबाव कर अपनी ग्राम पंचायत, तहसील, जिला,प्रदेश को अभिनव बना सकते है| यदि हम अपने अपने क्षेत्रों को अभिनव बनाने में कामयाब हुए तो यह हमारा प्यारा देश भारत अभिनव भारत अपने आप बन जायेगा|
सूचना का अधिकार इस्तेमाल करने में आपको कोई समस्या आती है तो अपनी जिज्ञासाओं व सहायता के लिए इस लिंक पर क्लिक कर आरटीआई एक्टिविस्ट फोरममें शामिल होकर अनुभवी कार्यकर्ताओं से सहायता व मार्गदर्शन ले सकते है|
सूचना का अधिकार अधिनियम भारत सरकार ने वर्ष 2005 में लागू कर दिया था| पुरे देश सहित राजस्थान में भी बहुत से जागरूक लोगों ने इस अधिकार का इस्तेमाल किया और कर रहे थे| लेकिन इसी कानून को लेकर भारतीय डाक सेवा से सेवानिवृत डा.अशोक चौधरीके जेहन में एक छोटा सा विचार उठा कि क्यों नहीं हम इस अधिनियम के माध्यम से मिले अधिकार का प्रयोग कर अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का अधिकारपूर्वक उपभोग करें और लोक सेवकों द्वारा विकास कार्यों में की जा रही लापरवाही व भ्रष्टाचार को रोककर राजस्थान को अभिनव राजस्थानबनायें| डा.अशोक चौधरी ने अपना यह छोटा सा विचार अपने कुछ मित्रों के सामने रखा और मित्रों के सहयोग से जुट गए इस छोटे विचार को बड़ा कर अभिनव राजस्थान बनाने में|
कुछ दिन बाद डा.चौधरीकी मेहनत रंग लाई और उनका छोटा सा विचार विस्तृत कार्यरूप में बढ़ने लगा| 30 नवंबर 2014 को डा.चौधरी व उनके सहयोगियों के अनुरोध पर जयपुर में लगभग 1000 लोग इस छोटे से विचार को पंख लगाने हेतु एकत्र हुए और उन्हें एकत्र करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई सोशियल साईट फेसबुक ने| 30 नवंबर के समागम में एकत्र सभी मित्र अपने मन में सूचना के अधिकार अधिनियम का इस्तेमाल द्वारा राजस्थान के प्रशासनिक अधिकारीयों, कर्मचारियों के कार्यों पर नजर रखकर राजस्थान को अभिनव राजस्थान बनाने की मन में हसरत और संकल्प लिए एकजुट हुए| आज उन्हीं एक हजार सोशियल मित्रों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है और राजस्थान के हर जिले में अपने जिले को अभिनव जिला बनाने हेतु सरकारी मशीनरी के कार्यों पर नजर रखने, जांचने हेतु समूह बनते जा रहे है|
जिस तरह से कम समय में अभिनव राजस्थान अभियान से लोग जुड़ रहे है उसे देखते हुए लगता है कि वो दिन दूर नहीं जब डा.चौधरी का एक छोटा सा विचार राजस्थान को अभिनव राजस्थान बनाने में कामयाब होगा|
सूचना के अधिकार अधिनियम के अधिकार का इस्तेमाल कर आप भी अपने प्रदेश, अपने जिले, अपनी तहसील, अपनी पंचायत समिति, अपनी ग्राम पंचायत द्वारा किये जाने वालों विकास कार्यों, सरकारी कर्मचारियों व अधिकारीयों द्वारा आपके दिए कर से मोटा वेतन पाने क्ले बावजूद काम नहीं करने पर नजर रख, सवाल-जबाव कर अपनी ग्राम पंचायत, तहसील, जिला,प्रदेश को अभिनव बना सकते है| यदि हम अपने अपने क्षेत्रों को अभिनव बनाने में कामयाब हुए तो यह हमारा प्यारा देश भारत अभिनव भारत अपने आप बन जायेगा|
सूचना का अधिकार इस्तेमाल करने में आपको कोई समस्या आती है तो अपनी जिज्ञासाओं व सहायता के लिए इस लिंक पर क्लिक कर आरटीआई एक्टिविस्ट फोरममें शामिल होकर अनुभवी कार्यकर्ताओं से सहायता व मार्गदर्शन ले सकते है|