
ताऊ की इसी ताऊगिरी की कायल होकर आजकल हरियाणा पुलिस ने हरियाणा में अपराध रोकने, वाहन चालकों को वाहन सलीके से चलाने हेतु प्रेरित करने के लिए ताऊगिरी को अपनाया है|
दरअसल ने देश की अन्य प्रदेशों की पुलिस की तरह से हरियाणा पुलिस ने कई हाईटैक तरीके अपनाये लेकिन लगता है सभी अपराध का ग्राफ रोकने के लिए सभी तरीके कारगर नहीं हो पाये और आखिर हरियाणा पुलिस को ताऊगिरी रूपी देशी फार्मूला अपनाना पड़ा| ख़बरों के अनुसार इस ताऊगिरी के हरियाणा पुलिस को परिणाम भी अच्छे मिल रहे है| गलत ढंग से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों को पुलिस द्वारा रोकने पर वे अक्सर पुलिसकर्मियों से उलझ पड़ते थे वे ताऊ बने हरियाणा पुलिस के जवानों के आगे हाथ जोड़कर माफ़ी मांगते नजर आते है और आगे कभी गलती ना करने का वायदा भी करते है| ताऊ बने पुलिसकर्मी भी पूरी तरह ताऊ की तरह गरिमापूर्ण व्यवहार के साथ चालकों व नियम तोड़ने वालों के साथ पेश आते है| लोगों को लगता है कि वे पुलिस के सामने नहीं बल्कि अपने आदरणीय ताऊ के सामने खड़े है, जहाँ आदरणीय ताऊ हो वहां बहस की तो कोई गुंजाईस भी कहाँ रहती है|
जिस तरह अपराध व वाहन दुर्घटनाएँ रोकने में हरियाणा पुलिस ताऊगिरी का प्रयोग कर फायदा उठा रही है उसे देखते हुए मैं तो माननीय प्रधानमंत्री जी को भी सलाह दूंगा कि वे भी हर विभाग में दो चार ताऊ नियुक्त करदें और ताऊगिरी का देश व्यापी फायदा उठायेंगे| मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि यदि देश के हर मंत्रालय व विभाग में कुछ ताऊ नियुक्त हों तो क्या मजाल उस विभाग या मंत्रालय में कोई गड़बड़ घोटाला हो| क्योंकि ताऊ की ताऊगिरी के आगे आजतक किसी की चली है क्या?